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पेय नींबू की शिकंजी से पाएं, गर्मी में राहत...
पुराने सिरदर्द को दूर करने के लिए, तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार करें और नियमित रूप से माथे पर लगायें। (और पढ़ें - सिर दर्द का घरेलू उपाय)
मैदानी क्षेत्रों में- मध्य फरवरी-मध्य मार्च।
पानी में सी सॉल्ट या पिंक सॉल्ट मिलाएं। सी सॉल्ट में आयरन, क्लोरीन और सोडियम प्रचुर मात्रा में होते हैं। पानी पीते वक्त उसमें एक चुटकी पिंक साॉल्ट डालकर पिएं।
यह खबर सामान्य जानकारियों पर आधारित है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए विशेषज्ञ से उचित सलाह लें।
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यदि आपको एसिडिटी की समस्या है तो पेठा के रस को तैयार करें और अम्लता से राहत पाने के लिए थोड़ी मात्रा में हींग मिलाने के बाद इसका खाली पेट का सेवन करें। आप शाम को ऐसे पेठा ड्रिंक का उपभोग कर सकते हैं, इसका मतलब है कि आपके शरीर को ठीक से एसिडिटी दूर करने के लिए दिन में दो बार इसका सेवन करें।
जो भी खुजली check here से परेशान रहते हैं, वे तरबूज फल को पीसकर खुजली वाले स्थान पर लगाएं। इससे खुजली ठीक हो जाती है। अधिक लाभ के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
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कान में भारीपन या कुछ हवा जैसा भरा महसूस होना
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मैदानी क्षेत्रों में इसकी बुवाई समतल भूमि में या डौलियों पर की जाती है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में बुवाई कुछ ऊँची उठी क्यारियों में की जाती है क्यारियाँ २.५० मीटर चौङी बनाई जाती है उसके दोनों किनारों पर १.५ सेमी० गहराई पर ३-४ बीज बो दिये जाते है थामलों की आपसी दूरी भूमि की उर्वरा शक्ति पर निर्भर करती है वर्गाकार प्रणाली में ४ गुणा १ मीटर की दूरी रखी जाती है पंक्ति और पौधों की आपसी दूरी तरबूज़ की किस्मों पर निर्भर करता है। ↑ वेबदुनिया पर ↑ "ताराकाश डॉट कॉम पर".